VARANASI POST OFFICE SCAM:-वाराणसी में एक और डाक घोटाला, 18 मृत पेंशनरों के खाते से निकाले 13 लाख
VARANASI POST OFFICE SCAM:-वाराणसी में एक और डाक घोटाला, 18 मृत पेंशनरों के खाते से निकाले 13 लाख
VARANASI| में कैंट प्रधान डाकघर में 12 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच अभी पूरी नहीं हुई कि खजुरी उपडाकघर में करीब 13 लाख रुपये घोटाले का मामला सामने आया है। यहां कई उपडाकघर की मिलीभगत से 18 खातों से 13 लाख रुपये फर्जी बाउचर से निकाल लिए गए। जानकारी के मुताबिक धनराशि धीरे-धीरे कर मई 2015 से जुलाई 2018 के बीच निकाली गयी है।
यह खाते डीआरएम ऑफिस, हिंदी प्रचारक संस्थान पिशाचमोचन और लक्सा उपडाकघर के पेंशनर के हैं। बताया जाता है कि 2004 से 2017 के बीच इन सभी पेंशनरों की मृत्यु हो गई। मगर इनके पेंशन निकलते रहे। इन डाकघरों के उपडाकपालों ने पेंशनरों के परिवारवालों से इनके जीवित होने का प्रमाण पत्र भी नहीं मांगा। बल्कि इनके खाते में आए पैसे को खजुरी उपडाकघर में ट्रांसफर करते रहे और वहां से निकला जा रहा था। इस दौरान 3 साल दो माह में 12 लाख, 82 हजार 50 रुपए निकाले गए। मृत पेंशनर के बेटे ने शिकायत की तो मामला प्रकाश में आया।
उच्चाधिकारियों ने खजुरी उपडाकघर के उप डाकपाल को निलंबित कर दिया और जांच बैठा दी है। कैंट डाकघर के पश्चिमी घाट मंडल के अधीक्षक राम मिलन ने बताया कि मामले में जांच चल रही है। जो भी संलिप्त मिलेगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले के साथ और डाकघरों की भी जांच कराई जा रही है।
ये रहे पेंशनर खाताधारक
डीआरएम ऑफिस के उपडाकघर में रामाशंकर प्रसाद, दूधनाथ प्रसाद, छोटेलाल, विश्वनाथ सिंह, कमली, ओपी सक्सेना, डीके साह, ज्योति प्रकाश, घसीटे, तीर्थराज तिवारी, रामजतन सिंह, शंकर राम, मालती थी। पिशाच मोचन स्थित हिंदी प्रचारक संस्थान के उप डाकघर में नफीस फातिमा, फूल प्रसाद मिश्रा, केसर बेगम, अजीजूनिशा और लक्सा उप डाकघर में सरवन सिंह खाताधारक थे।
ऐसे खुला मामला
डीआरएम ऑफिस उप डाकघर के मृत पेंशनर के बेटे ने इसकी शिकायत की। क्योंकि वह भी वहीं का खाता धारक था। इसके बाद मामला प्रकाश में आया। फिर जांच में धीरे-धीरे पिशाचमोचन स्थित हिंदी प्रचारक संस्थान और लक्सा उपडाकघर तक पहुंची तो पूरा मामला सामने आया।
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